Sunday 2 August 2015

यूपी के हालात

क्या बतलायें नेता जी, कैसा उपकार किया तुमन, पुत्रमोह में क्यों यू पी का, बंटा धार किया तुमने, नेता जी पट्टी खोलो, क्यों आँखें मूंदे बैठे हो, हमको तो लगता है, कोई बूटी सूँघे बैठे हो, पत्रकार मारे जाते हैं, बस गुंडों की मौज रहे ,हत्यारों को भूल दरोगा, भैंसी बकरी खोज रहे , क्यों यू पी में हत्यायें, ख़ुदकुशी बतायी जाती हैं, इन्साफ मांगतीं महिलायें, थानों में जलायी जाती हैं , लूट डकैती की घटनायें, छपती हैं अखबारों में, गुंडे खुद मंत्री बनकर, जब बैठे हैं सरकारों में , जातिवाद को दिया बढ़ावा, हद से ज्यादा पार किया, चौरासी में चौवन यादव, कैसा बंटाधार किया, सी.ओ. यादव, डी.एम. यादव और यादव ही मंत्री -संत्री हैं ,मुख्यमंत्री को छोड़ के जितने यादव हैं मुख्यमंत्री हैं , ढोलक सी हो गई है पब्लिक, हर दिन बजता बाजा है ,अंधेर नगर हो गया है ये, और चौपट इसका राजा है, त्राहि त्राहि कर रही है जनता, एक अंतिम एहसान करो ,नेता जी परिवार सहित, अब सैफई को प्रस्थान करो, कुछ महीनों का वक्त शेष है, घड़ा पाप का फूटेगा साइकिल पंचर हो जायेगी, रिम भी उसका टूटेगा, नेता जी सुन लो भैया से, ये प्रदेश न संभलेगा दो हजार सत्रह में यू पी, अपना सी एम बदलेगा ।।

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