Thursday 30 July 2015

गुरूपूर्णिमा

गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर आप को और आपके परिवार को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं 🙏

Wednesday 29 July 2015

मुम्बई बम ब्लास्ट का इतिहास

याकूब मेमन के हिस्से में आई फांसी के बाद 1993 मुंबई ब्लास्ट के जख्म एक बार फिर ताजा हो गए हैं। 12 मार्च 1993 को मुंबई में आतंक का पहला हमला हुआ था। 13 सीरियल धमाकों ने इस शहर की पहचान बदल दी थी। एक के बाद एक 13 धमाके हुए और 257 लोग मौत की नींद सो गए।
अयोध्या से तैयार हुई 1993 मुंबई ब्लास्ट की पृष्ठभूमि

16 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद ही 1993 मुंबई ब्लास्ट की पृष्ठभूमि तैयार हुई। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद पूरे देश में दंगे का माहौल हो गया था। लेकिन मायानगरी मुंबई में बड़े पैमाने पर दंगे धधक रहे थे। दंगों की एक श्रृंखला सी तैयार हो रही थी मुंबई में। इस विनाश लीला में मुख्य किरदार दाऊद इब्राहिम, याकूब मेमन और उसके भाई टाइगर मेमन ने निभाया और 1993 मार्च में मुंबई ब्लास्ट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया।
एक के बाद एक इन जगहों पर हुए धमाके
-माहिम सेतु में मछुआरा कालोनी
-झवेरी बाजार
-प्लाजा सिनेमा
-सेंचुरी बाज़ार
-कथा बाज़ार
-होटल सी रॉक
-सहार हवाई अड्डा
-एयर इंडिया बिल्डिंग
-होटल जुहू सेंटूर
-वर्ली
-मुंबई स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग
-पासपोर्ट कार्यालय

मेमन परिवार ने रची तबाही की साजिश
याकूब मेमन का इस ब्लास्ट में सबसे बड़ा हाथ था।

-याकूब ने सिलसिलेवाल बम धमाकों के लिए वित्त की व्यवस्था की थी।
-साजिशकर्ताओं के लिए याकूब ने एयर टिकट की भी व्यवस्था की थी।
-बम प्लांट करने के लिए याकूब ने वाहनों का भी इंतजाम किया।
एस्सा और यूसुफ मेमन (याकूब के भाई)
एस्सा और यूसुफ मेमन ने अल-हुसैनी बिल्डिंग माहिम में स्थित अपने फ्लैट में हथियारों और विस्फोटकों की साजिश की बैठकों और इनके भंडारण के दोषी हैं। (दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी)
रुबीना मेमन
रूबीना ममन की मारुति कार मुंबई ब्लास्ट के मुकदमे में पहला साक्ष्य थी। रूबीना की ही वैन से विस्फोटक हर जगह प्लांट किए गए थे। (उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी)

मेमन परिवार के तीन सदस्यों - सुलेमान, हनीफा और राहीन को संदेह का लाभ मिला था और कोर्ट ने तीनों को बरी कर दिया था।

इन्होंने बिछाई मौत कि बिसात
-शोएब घंसार ने झवेरी बाजार में बम प्लांट किया था जहां 17 लोग मारे गए और 57 घायल हुए थे।
-असगर मुकादम ने शाहनवाज कुरैशी के साथ प्लाजा सिनेमा में आरडीएक्स से लदी वैन लगाई थी। जहां 10 लोग मारे गए और 37 लोग घायल हुए थे।
-अब्दुल गनी तुर्क ने सेंचुरी बाज़ार में बम प्लांट किया था जहां 113 लोग मारे गए और 227 घायल हुए थे।
-परवेज शेख ने कथा बाजार में बम प्लांट किया था जहां चार लोगों की मौत हुई थी। शेख ने होटल सी रॉक में भी बम प्लांट किया था जहां नौ करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई थी।
-मोहम्मद इकबाल मोहम्मद यूसुफ शेख को सहार हवाई अड्डे में हथगोले फेंकने के लिए दोषी ठहराया गया था। -नसीम बरमारे को भी सहार हवाई अड्डे पर हथगोले फेंकने का दोषी पाया गया था।
-मोहम्मद फारूक पावले ने एयर इंडिया बिल्डिंग में बम प्लांट किया था जहां 20 लोग मारे गए और 84 घायल हुए थे। फारुक ने सेना भवन में भी बम प्लांट किया था जहां चार लोग मारे गए व 50 घायल हो गए थे।
-मुश्ताक तरानी ने होटल ताज महल में बैठक कर बमों को प्लांट करने के लिए स्थान तय किया था।
-इम्तियाज घवाटे ने दक्षिण मुंबई में बम प्लांट किया था।
खास बात यह कि बम प्लांट करने वाले सभी दोषियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग देकर तैयार किया गया था।
(इन सभी दोषियों को टाडा कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इन दोषियों की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था।)
ये अभियुक्त भी थे शामिल
मोहम्मद मोइन कुरैशी, फिरोज अमानी मलिक, बशीर खैरउल्ला, जाकिर हुसैन, अब्दुल अख्तर खान, सलीम शेख, दाऊद फांसे उर्फ ​​दाउद तक्लया, शरीफ अब्दुल गफूर पारकर उर्फ ​​दादाभाई ने भी बम ब्लास्ट में अहम भूमिका निभाई थी।
मुख्य अभियुक्त दाऊद इब्राहिम और टाइगर मेमन हैं फरार

ये साजिश दिसंबर 1992 से लेकर अप्रैल 1993 के बीच रची और अमल में लाई गई। दाऊद इब्राहिम की पूरी साजिश में भूमिका का खुलासा हुआ था। साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक मीटिंग हुई थी दाऊद इब्राहिम, टाईगर मेमन और दाऊद फणसे उर्फ टकले के बीच। मुंबई बमकांड का मुकदमा चलाने वाली विशेष टाडा अदालत ने अपने फैसले में अंडरवर्लड डॉन दाऊद इब्राहिम को प्रमुख आरोपी पाया था। इस फैसले में कई ऐसे सबूतों और गवाहों का ब्यौरा है, जो ये खुलासा करते हैं कि दाऊद ने किस तरह से उसी मुंबई शहर को खून से सराबोर कर दिया, जहां वो पला बढा था। भारत में हुए सबसे बडे आतंकवादी हमले का जिम्मेदार पाये जाने के बावजूद दाऊद और उसका टाइगर मेमन अब भी कानून की गिरफ्त से बाहर है।

कलाम के विचार

"शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपका पेशा।"   

-अब्दुल कलाम  

"क्या हम यह नहीं जानते कि आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है ?"

-अब्दुल कलाम 

"कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।"

-अब्दुल कलाम 

"अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं. मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे, तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे।"

-अब्दुल कलाम  

"भगवान ने हमारे मष्तिष्क और व्यक्तित्व में  असीमित शक्तियां और क्षमताएं दी हैं। इश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।"

-अब्दुल कलाम 

"मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।"

-अब्दुल कलाम 

" महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।"

-अब्दुल कलाम 

"अगर किसी देश को भ्रष्टाचार – मुक्त और सुन्दर-मन वाले लोगों का देश बनाना है तो, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं: पिता, माता और गुरु।"

-अब्दुल कलाम 

"यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा।"

-अब्दुल कलाम

"भारत में हम बस मौत, बीमारी, आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते हैं।"

-अब्दुल कलाम

"आइये हम अपने आज का बलिदान कर दें ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो सके।"

-अब्दुल कलाम

"आकाश की तरफ देखिये, हम अकेले नहीं हैं, सारा ब्रह्माण्ड हमारे लिए अनुकूल है और जो सपने देखते हैं और मेहनत करते हैं उन्हें प्रतिफल देने की साजिश करता है।"   

-अब्दुल कलाम 

 "इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं।"

-अब्दुल कलाम 

"किसी भी धर्म में किसी धर्म को बनाए रखने और बढाने के लिए दूसरों को मारना नहीं बताया गया।"

-अब्दुल कलाम  

"मुझे बताइए, यहाँ(भारत) का मीडिया इतना नकारात्मक क्यों है? भारत में हम अपनी अच्छाइयों, अपनी उपलब्धियों को दर्शाने में इतना शर्मिंदा क्यों होते हैं? हम एक महान राष्ट्र हैं, हमारे पास ढेरों सफलता की गाथाएँ हैं, लेकिन हम उन्हें नहीं स्वीकारते। क्यों?" 

-अब्दुल कलाम 

"अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।"

-अब्दुल कलाम

"इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे।"

-अब्दुल कलाम

Tuesday 28 July 2015

कलाम की विनम्रता

'कलाम सर, आपके लिए तो 6 घंटे भी खड़ा रहूंगा' - सोमवार को गुवाहाटी से शिलॉन्ग जाते हुए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ 6-7 कारों का काफिला था। कलाम के सलाहकार सृजन पाल सिंह भी कार में उनके साथ थे।

सृजन पाल सिंह ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा है कि कार के आगे एक जिप्सी चल रही थी। जिस पर तीन जवान थे। दो जवान दोनों तरफ़ बैठे थे और एक जवान बंदूक लेकर मुस्तैद था। यात्रा का एक घंटा बीतने के बाद कलाम को खड़े हुए जवान की चिंता हुई और बोले कि वो खड़ा क्यों है। कलाम ने चिंता जताते हुए कहा कि ये तो सज़ा है। कलाम ने पूछा कि क्या जवान को वायरलैस मैसेज भेजा जा सकता है कि वो बैठ जाए।

सृजन पाल सिंह के मुताबिक उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति को समझाने की कोशिश कि सुरक्षा कारणों से वो अपनी ड्यूटी निभा रहा है। लेकिन कलाम फिर भी असहज रहे। उन्होने हाथ से जवान को बैठने का इशारा भी किया।

जवान को बिठाने के लिए कोई कोशिश कामयाब होती नहीं दिखी तो कलाम ने सृजन पाल सिंह से कहा कि वे इस जवान से मिलकर उसका शुक्रिया कहना चाहेंगे। आईआईएम शिलॉन्ग पहुंचने पर सृजन पाल सिंह उस जवान को कलाम के पास ले गए। कलाम ने जवान से हाथ मिलाया और कहा, 'शुक्रिया मित्र। क्या आप थके नहीं? क्या आप कुछ खाना चाहेंगे। मुझे खेद है कि मेरी वजह से आपको इतनी देर खड़े रहना पड़ा।'

कलाम की बातें सुनकर और उनकी विनम्रता देखकर जवान भी हैरान था। जवान के मुंह से बस यही निकला, 'सर आपके लिए 6 घंटे भी खड़े रहेगें।'

हनुमान चालीसा का अंग्रेजी में अर्थ

श्रीगुरु चरन सरोज रज
In the Lotus feet of my teacher/Guardian

निज मन मुकुर सुधारि।
I purify the mirror of my heart

बरनउँ रघुबर बिमल जसु
I illustrate the story of immaculate Rama

जो दायकु फल चारि॥
which bestows four fruits (The 4 Purusharth : desire, prosperity, righteousness, liberation)

बुद्धिहीन तनु जानिकै
Considering myself as frail & unwise

सुमिरौं पवनकुमार।
I contemplate Son of Wind ( Hanuman)

बल बुद्धिविद्या देहु मोहिं
to impart power, knowledge & civilization

हरहु कलेश विकार ॥
& to eradicate all the miseries of life.

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
I glorify lord Hanuman, the deep sea of knowledge & virtues

जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥
I glorify The Monkey man “Vanara” ,who lightens the three worlds (earth, atmosphere & beyond)

राम दूत अतुलित बल धामा।
I glorify the faithful envoy of lord Ram,

अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥
who is also known as son of anjana (anjaniputra) & wind’s son (pavansuta)

महाबीर बिक्रम बजरंगी।
You are the distinguished warrior, the courageous & possess strength as “Indra’s vajra”

कुमति निवार सुमति के संगी॥
You demolish despicable mind and befriend fine intellect

कंचन बरन बिराज सुबेसा।
being gold complexioned he dwells in his handsome form

कानन कुंडल कुंचित केसा॥
You adorn earrings & curly hair.

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। You hold “Vajra” in one hand & flag in the other

काँधे मूँज जनेऊ साजै॥
You adorn the sacred thread “Janeu” prepared by “Munja grass” on your shoulder

शंकर सुवन केसरी नंदन।
You are the delight of Shiva, the son of Kesari

तेज प्रताप महा जग बंदन॥
You possess a majestic aura & are admired by the whole world

बिद्यावान गुनी अति चातुर।
You are the laudable abode of the eighteen types of Vidya

राम काज करिबे को आतुर॥
You are always willing to serve lord Rama

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
You adore listening Lord Rama’s legends

राम लखन सीता मन बसिया॥
You reside in the heart of Rama, his wife Sita & his younger brother Lakshman.

सूक्ष्म रूप धरी सियहिं दिखावा।
You searched Sita by adorning the miniscule form

बिकट रूप धरि लंक जरावा॥
And you set gold made Lanka ablaze by appearing in an outsized form

भीम रूप धरि असुर सँहारे।
You destroyed all the demons by taking horrendous form

रामचन्द्र के काज सँवारे॥
And that is how you performed all the deeds of Sri Rama.

लाय सँजीवनि लखन जियाए।
You carried the Dronagiri Mountain from Himalayas which contained Sanjeevani to Lanka and saved Lakshman.

श्रीरघुबीर हरषि उर लाए॥
Elated by this act Sri Rama embraced you.

रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई।
Rama applauded many times.

तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥
Rama even said that you are dear to him just like his brother Bharat.

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
Thousands of people will pay tribute to you

अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं॥
Saying this Rama again embraces you

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
Many saints like Bhramha & Munisha

नारद सारद सहित अहीसा॥
Narad & Sarad have blessed Hanuman.

जम कुबेर दिक्पाल जहाँ ते।
Yama Kuber & Dikpal

कबी कोबिद कहि सकैं कहाँ ते॥
Kavi & Kovid, none could elucidate Hanuman’s glory.

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
You were extreme benevolent to Sugreev

राम मिलाय राजपद दीन्हा॥
Befriended him with Rama & acquired him his Kingdom Kishkindha

तुम्हरो मन्त्र बिभीषन माना।
Even Vibhishan endorsed your mantra, as a result, became king of Lanka

लंकेश्वर भए सब जग जाना॥
Ravan, former king of Lanka, was scared of you.

जुग सहस्र जोजन पर भानू।
Sun, which is at thousands of distance from Earth

लील्यो ताहि मधुर फल जानू॥
You swallowed it believing it to be a syrupy fruit.

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
Placing the ring in your mouth

जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं॥
Its not astounding that you leaped the ocean

दुर्गम काज जगत के जेते ।
The obscure tasks of the world

सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥
were achieved by your grace

राम दुआरे तुम रखवारे।
You are the concierge & guardian of Rama’s court

होत न आज्ञा बिनु पैसारे॥
No one can enter in his court without your consent

सब सुख लहै तुम्हारी शरना।
All pleasures are attained by your refugee

तुम रक्षक काहू को डर ना॥
No fear can abode the one whom you protect

आपन तेज सम्हारो आपै ।
Once you commemorate your powers

तीनौं लोक हाँक ते काँपे॥
all three world’s start trembling with fear

भूत पिशाच निकट नहिं आवै।
Evil spirits can not disturb

महाबीर जब नाम सुनावै॥
when one sings your hymns & remembers you.

नासै रोग हरै सब पीरा।
you destroy all the ailments & take away all the pessimism

जपत निरंतर हनुमत बीरा॥
of those who regular remember you.

सब पर राम तपस्वी राजा।
Though Rama is the Supreme Being

तिन के काज सकल तुम साजा॥
you accomplish all his tasks.

और मनोरथ जो कोई लावै।
If anyone ever desires for something

तासु अमित जीवन फल पावै॥
You fulfill his desires manifolds

साधु संत के तुम रखवारे।
You are Saints & the one who meditates protector

असुर निकंदन राम दुलारे॥
You slay demons & are dear to Rama

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
You possess eight supernatural powers & nine treasures

अस बर दीन्ह जानकी माता॥
and this has been granted to you by Rama’s wife Sita.

तुम्हरे भजन राम को पावै।
Whoever sings your hymns directly possess the Supreme Being, Rama

जनम जनम के दुख बिसरावै॥
and gets rid of all the adversities & negativities of life.

अंत काल रघुबर पुर जाई।
The one who is y our devotee, goes to the Supreme being’s abode after his body death

जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥
And when they are reborn after that, they are always known as God’s devotees

और देवता चित्त न धरई।
Anyone who does not prayer to any other God

हनुमत सेइ सर्व सुख करई॥
but only to you, even he attains all the treasures of life ( generally it is said that every god imparts something or the other)

संकट कटै मिटै सब पीरा।
All the ailments vanish & one is relieved from all the adversities

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥
once when someone becomes your devotee & remembers you.

जय जय जय हनुमान गोसाईं।
I praise the victorious , the master of all senses, Hanuman

कृपा करहु गुरुदेव की नाईं॥
just like guru showers his blessings on his disciple, shower me with your blessings

जो शत बार पाठ कर कोई।
The one who recites this hymn 100 times

छूटहि बंदि महा सुख होई॥
All his troubles vanish & he gains all the life’s treasures.

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
Who ever recites this Chalisa

होय सिद्धि साखी गौरीसा॥
obtains all the powers & lord Shiva is the witness of this.

तुलसीदास सदा हरि चेरा।
Tulsidas, who is the writer of this Chalisa, will always remain you disciple

कीजै नाथ हृदय महँ डेरा॥
and he prays to the lord enshrine in his soul always.

पवनतनय संकट हरन मंगल मूरति रूप।
I call upon son of wind, an auspicious form to remove all miseries of my life

राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप॥
I pray to you to reside in my heart with Rama, Sita & Lakshman.

Monday 27 July 2015

कलाम को सलाम

भारत के रत्न अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम आज हमारे बीच नहीं है.. लेकिन उनकी उपलब्धियां.. देश के प्रति उनका अगाध प्रेम.. देश के विकास में उनका योगदान भुलाए नहीं भूलेगा। मिसाइल मैन कहे जाने वाले अब्दुल कलाम अपने प्रारंभिक जीवन से ही सरल थे। यहां तक की सरल स्वभाव के कलाम गीता और कुरान दोनों पढ़ते थे। कामयाबी के शिखर तक पहुंचने के लिए उनका संघर्ष भरा जीवन देशवासियों के लिए प्रेरणादायी है। आज वे इतिहास बन चुके हैं... आइए इस मौके पर नजर डालते हैं उनके जीवन सफर पर.......
15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक मध्यमवर्ग मुस्लिम परिवार में अब्दुल कलाम का जन्म हुआ था। उनके पिता जैनुलाब्दीन न तो ज़्यादा पढ़े-लिखे थे, न ही पैसे वाले थे। वे मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे। अब्दुल कलाम सयुंक्त परिवार में रहते थे। अब्दुल कलाम पांच भाई एवं पांच बहन थे।
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पढ़ाई जारी रखने के लिए कलाम ने बेचा था अखबार

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पांच वर्ष की अवस्था में रामेश्वरम के पंचायत प्राथमिक विद्यालय में उनका दीक्षा-संस्कार हुआ था। अब्दुल कलाम ने अपनी आरंभिक शिक्षा जारी रखने के लिए अख़बार वितरित करने का कार्य भी किया था। कलाम ने 1958 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलजी से अंतरिक्ष विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।

स्नातक होने के बाद उन्होंने हावरक्राफ्ट परियोजना पर काम करने के लिये भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में प्रवेश किया था। 1962 में वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में आये जहां उन्होंने सफलतापूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजनाओं में अपनी भूमिका निभाई थी। परियोजना निदेशक के रूप में भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी3 के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जिससे जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया था।
मिसाइल मैन कलाम
डॉक्टर कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन किया। इन्होंने अग्नि एवं पृथ्वी जैसी मिसाइल्स को स्वदेशी तकनीक से बनाया था। डॉक्टर कलाम जुलाई 1992 से दिसम्बर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव थे। उन्होंने स्ट्रेटेजिक मिसाइल्स सिस्टम का उपयोग आग्नेयास्त्रों के रूप में किया था। पोखरण में दूसरी बार न्यूक्लियर विस्फोट भी परमाणु ऊर्जा के साथ मिलाकर किया था। उन्हीं की देन है कि भारत ने परमाणु हथियार के निर्माण की क्षमता प्राप्त करने में सफलता अर्जित की।
11वें राष्ट्रपति
डॉक्टर अब्दुल कलाम भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। भारतीय जनता पार्टी समर्थित एनडीए घटक दलों ने अपना उम्मीदवार बनाया था जिसका वामदलों के अलावा समस्त दलों ने समर्थन किया। 18 जुलाई 2002 को डॉक्टर कलाम को 90 प्रतिशत बहुमत द्वारा 'भारत का राष्ट्रपति' चुना गया था। कलाम का कार्याकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ था। डॉक्टर अब्दुल कलाम व्यक्तिगत ज़िन्दगी में बेहद अनुशासनप्रिय थे। यह शाकाहारी और मद्यत्यागी था।
पुरस्कार
अवुल पकीर जैनुलबीदीन अब्दुल कलाम को भारत सरकार द्वारा 1981 में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। डाक्टर कलाम को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से 1997 में सम्मानित किया गया था।
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कलाम के प्रति नमन।

चले गये हे युगपरिवर्तक, भारत माँ के अमरपुत्र तुम।
नयनों में आंसू हैं मां के, कहाँ गए हे!
अगर रत्न तुम।
भारत रत्न तुम्ही थे सच्चे, माँ की बगिया के रखवाले।
आज उजड सा गया देश है,
सूने मस्जिद और शिवाले।
युग युग तक धडकोगे दिल में,
बनकर ऊर्जा अति ललाम तुम।
नमन तुम्हें शत बार हमारा,
सबके प्यारे थे कलाम तुम।

न्यू पे स्केल की प्राप्त सूचनायें

Good news
7th pay commission
HIGHLIGHTS OF THE DRAFT MEMORANDUM TO BE SUBMITTED

BY J.R.BHOSALE

1. Pay scales are calculated on the basis of pay drawn pay in pay band + GP + 100% DA by employee as on 01-01-2016

2. 7th CPC report should be implemented w.e.f. 01-01-2016

3. Scrap New Pension Scheme and cover all employees under Old Pension and Family Pension Scheme.

4. JCM has proposed minimum wage for MTS (Skilled) Rs.26,000 p.m.

5. Ratio of minimum and maximum wage should be 1:8.

6. General formula for determination of pay scale based on minimum living wage demanded for MTS is pay in PB+GP x 3.7.

7. Annual rate of increment @ 5% of the pay.

8. Fixation of pay on promotion = 2 increments and difference of pay between present and promotional posts (minimum Rs.3000).

9. The pay structure demanded is as under:-

               Exiting                       Proposed (in Rs.)

PB-1, GP Rs.1800      26,000

PB-1, GP Rs.1900]
PB-1, GP Rs.2000]     33, 000

PB-1, GP Rs. 2400]
PB-1, GP Rs.2800]      46,000

PB-2, GP Rs.4200       56,000

PB-2, GP Rs.4600]
PB-2, GP Rs.4800]      74,000

PB-2, GP Rs.5400       78,000

10. Dearness Allowances on the basis of 12 monthly average of CPI, Payment on 1st Jan and 1st July every year.

11. Overtime Allowances on the basis of total Pay+DA+Full TA.

12 Liabilities of all Government dues of persons died in harness be waived.

13. Transfer Policy – Group `C and `D Staff should not be transferred. DoPT should issue clear cut guideline as per 5th CPC recommendation. Govt. should from a Transfer Policy in each department for transferring on mutual basis on promotion. Any order issued in violation of policy framed be cancelled by head of department on representation.

14. Transport Allowance -

X Class Cities Y Class Cities

Pay up to Rs.75,000 Rs.7500 + DA Rs.3750 + DA

Pay above Rs.75,000 Rs.6500 + DA Rs.3500 + DA

13. Deputation Allowance double the rates and should be paid 10% of the pay at same station and 20% of the pay at outside station.

14. Classification of the post should be executive and non-executive instead of present Group A,B.C.

15. Special Pay which was replaced with SPL/Allowance by 4th CPC be bring back to curtail pay scales.

16. Scrap downsizing, outsourcing and contracting of govt. jobs.

17. Regularize all casual labour and count their entire service after first two year, as a regular service for pension and all other benefits. They should not be thrown out by engaging contractors workers.

18. The present MACPs Scheme be replaced by giving five promotion after completion of 8,15,21,26 and 30 year of service with benefits of stepping up of pay with junior.

19. PLB being bilateral agreement, it should be out of 7th CPC perview.

20. Housing facility:-

(a) To achieve 70% houses in Delhi and 40% in all other towns to take lease accommodation and allot to the govt. employees.

(b) Land and building acquired by it department may be used for constructing houses for govt. employees.

21. House Building Allowance :-

(a) Simplify the procedure of HBA
(b) Entitle to purchase second and used houses

22. Common Category – Equal Pay for similar nature of work be provided.

23. CP appointment – remove ceiling of 5% and give appointment within Three months.

24. Traveling Allowance:-
‘A1’ and ‘A’ Class Cities Other Cities

A. Executives Rs.5000+DA per day Rs.3500+DA per day
B. Non-Executives Rs.4000+DA per day Rs.2500+DA per day

25. Composite Transfer Grant :-

Executive Class 6000 kg by Goods Train/ Rate per km by road 8 Wheeler Wagon Rs.50+DA(Rs.1 per kg and single container per km)

Non-Executive Class 3000 kg – do – -do-

26. Children Education Allowance should be allowed up to Graduate, Post Graduate, and all Professional Courses. Allow any two children for Children Education Allowance.

27. Fixation of pay on promotion – two increments in feeder grade with minimum benefit of Rs.3000.

28. House Rent Allowance

X Class Cities  60%
Other Classified Cities  40%
Unclassified Locations  20%

29. City Allowance

`X’ Class Cities `Y’ Class Cities
A. Pay up to Rs.50,000 – 10%  , 5%
B. Pay above Rs.50,000 6% minimum Rs 5000 3% minimum Rs.2500

30. Patient Care Allowance to all para-medical and staff working in hospitals.

31. All allowances to be increased by three times.

32. NE Region benefits – Payment of Special Duty Allowance @ 37.5 of pay.

33. Training:- Sufficient budget for in-service training.

34. Leave Entitlement

(i) Increase Casual Leave 08 to 12 days & 10 days to 15 days.
(ii) Declare May Day as National Holiday

(iii) In case of Hospital Leave, remove the ceiling of maximum 24 months leave and 120 days full payment and remaining half payment.

(iv) Allow accumulation of 400 days Earned Leave

(v) Allow encashment of 50% leave while in service at the credit after 20 years Qualifying Service.

(vi) National Holiday Allowance (NHA) – Minimum one day salary and eligibility criteria to be removed for all Non Executive Staff.

(vii) Permit encashment of Half Pay Leave.

(viii) Increase Maternity Leave to 240 days to female employees & increase 30 days Paternity Leave to male employees.

35. LTC

(a) Permission to travel by air within and outside the NE Region.
(b) To increase the periodicity once in a two year.
(c) One visit outside country in a lifetime

36. Income Tax:

(i) Allow 30% standard deduction to salaried employees.
(ii) Exempt all allowances.
(iii) Raise the ceiling limit as under:
(a) General – 2 Lakh to 5 Lakh
(b) Sr. Citizen – 2.5 Lakh to 7 Lakh
(c) Sr. Citizen above 80 years of age – 5 Lakh to 10 Lakh
(iv) No Income Tax on pension and family pension and Dearness Relief.

35. (a) Effective grievance handling machinery for all non-executive staff.

(b) Spot settlement
(c) Maintain schedule of three meetings in a year
(d) Department Council be revived at all levels
(e) Arbitration Award be implemented within six month, if not be discussed with Staff Side before rejection for finding out some modified form of agreement.

36. Appoint Arbitrator for shorting all pending anomalies of the 6th CPC.

37. Date of Increment – 1st January and 1st July every year. In case of employees retiring on 31st December and 30th June, they should be given one increment on last day of service, i.e. 31st December and 30th June, and their retirements benefits should be calculated by adding the same.

38. General Insurance: Active Insurance Scheme covering risk upto Rs. 7,50,000/- to Non Executive & Rs. 3,50,000/- to Skilled staff by monthly contribution of Rs. 750/- & Rs. 350/- respectively.

39. Point to point fixation of pay.

40. Extra benefits to Women employees

(i) 30% reservation for women.
(ii) Posting of husband and wife at same station.
(iii) One month special rest for chronic disease
(iv) Conversion of Child Care Leave into Family Care Leave
(v) Flexi time

41. Gratuity:

Existing ceiling of 16 ½ months be removed and Gratuity be paid @ half month salary for every year of qualifying service.
Remove ceiling limit of Rs.10 Lakh for Gratuity.

42. Pension:

(i) Pension @ 67% of Last Pay Drawn (LPD) instead of 50% presently.
(ii) Pension after 10 years of qualifying service in case of resignation.
(iii) Increase pension age-based as under:
65 years – 70% of LPD
70 years – 75% of LPD
75 years – 80% of LPD
80 years – 85% of LPD
85 years – 90% of LPD
90 years – 100% of LPD
(iv) Parity of pension to retirees before 1.1.2006.
(v) Enhanced family pension should be same in case of death in harness and normal death.
(vi) After 10 years, family pension should be 50% of LPD.
(vii) Family pension to son upto the age of 28 years looking to the recruitment age.
(viii) Fixed Medical Allowance (FMA) @ Rs.2500/- per month.
(ix) Extend medicalk facilities to parents also.
(x) HRA to pensioners.
(xi) Improvement in ex-gratia pension to CPF/SRPF retirees up to 1/3rd of full pension.

हनुमान चालीसा अर्थ सहित


श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुवर बिमल जसु,जो दायकु फल चारि।
《अर्थ》→ शरीर गुरु महाराज के चरण
कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पण को पवित्र
करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन
करता हूँ,जो चारों फल धर्म,अर्थ,काम और मोक्ष
को देने वाला हे।★
•••••••••••••••••••••••••••••
बुद्धिहीन तनु जानिके,सुमिरो पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं,हरहु कलेश विकार।★
《अर्थ》→ हे पवन कुमार! मैं आपको सुमिरन
करता हूँ। आप तो जानते ही हैं,कि मेरा शरीर और
बुद्धि निर्बल है।मुझे शारीरिक बल,सदबुद्धि एवं
ज्ञान दीजिए और मेरे दुःखों व दोषों का नाश कार
दीजिए।★
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर,जय कपीस तिहुँ लोक
उजागर॥1॥★
《अर्थ 》→ श्री हनुमान जी!आपकी जय हो।
आपका ज्ञान और गुण अथाह है। हे कपीश्वर!
आपकी जय हो!तीनों लोकों,स्वर्ग लोक,भूलोक और
पाताल लोक में आपकी कीर्ति है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
राम दूत अतुलित बलधामा, अंजनी पुत्र पवन सुत नामा॥
2॥★
《अर्थ》→ हे पवनसुत अंजनी नंदन!आपके समान
दूसरा बलवान नही है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
महावीर विक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी॥3॥

《अर्थ》→ हे महावीर बजरंग बली!आप विशेष पराक्रम
वाले है। आप खराब बुद्धि को दूर करते है,और
अच्छी बुद्धि वालो के साथी,सहायक है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
कंचन बरन बिराज सुबेसा ,कानन कुण्डल कुंचित केसा॥
4॥★
《अर्थ》→ आप सुनहले रंग,सुन्दर
वस्त्रों,कानों में कुण्डल और घुंघराले बालों से
सुशोभित हैं।★
••••••••••••••••••••••••••••••
हाथ ब्रज और ध्वजा विराजे,काँधे मूँज जनेऊ साजै॥
5॥★
《अर्थ》→ आपके हाथ मे बज्र और ध्वजा है और
कन्धे पर मूंज के जनेऊ की शोभा है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
शंकर सुवन केसरी नंदन,तेज प्रताप महा जग वंदन॥6॥★
《अर्थ 》→ हे शंकर के अवतार!हे केसरी नंदन आपके
पराक्रम और महान यश की संसार भर मे
वन्दना होती है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
विद्यावान गुणी अति चातुर,रान काज करिबे को आतुर॥
7॥★
《अर्थ 》→ आप प्रकान्ड विद्या निधान है,गुणवान
और अत्यन्त कार्य कुशल होकर श्री राम काज करने
के लिए आतुर रहते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन
बसिया॥8॥★
《अर्थ 》→ आप श्री राम चरित सुनने मे आनन्द रस
लेते है।श्री राम,सीताऔर लखन आपके हृदय मे बसे
रहते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा,बिकट रुप धरि लंक
जरावा॥9॥★
《अर्थ》→ आपने अपना बहुत छोटा रुप धारण करके
सीता जी को दिखलाया और भयंकर रूप करके
लंका को जलाया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
भीम रुप धरि असुर संहारे,रामचन्द्र के काज संवारे॥
10॥★
《अर्थ 》→ आपने विकराल रुप धारण करके
राक्षसों को मारा और श्री रामचन्द्र जी के
उदेश्यों को सफल कराया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
लाय सजीवन लखन जियाये,श्री रघुवीर हरषि उर लाये॥11॥

《अर्थ 》→ आपने संजीवनी बुटी लाकर लक्ष्मण
जी को जिलाया जिससे श्री रघुवीर ने हर्षित होकर
आपको हृदय से लगा लिया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई,तुम मम प्रिय भरत सम भाई॥
12॥★
《अर्थ 》→ श्री रामचन्द्र ने आपकी बहुत
प्रशंसा कीऔर कहा की तुम मेरे भरत जैसे प्यारे
भाई हो।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं,अस कहि श्री पति कंठ
लगावैं॥13॥★
《अर्थ 》→ श्री राम ने आपको यह कहकर हृदय से
लगा लिया की तुम्हारा यश हजार मुख से सराहनीय है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद,सारद सहित अहीसा॥
14॥★
《अर्थ》→
श्री सनक,श्री सनातन,श्री सनन्दन,श्री सनत्कुमार
आदि मुनि ब्रह्मा आदि देवता नारद
जी,सरस्वती जी,शेषनाग जी सब आपका गुण गान करते
है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते,कबि कोबिद कहि सके
कहाँ ते॥15॥★
《अर्थ 》→ यमराज,कुबेर आदि सब दिशाओं के
रक्षक,कवि विद्वान,पंडित या कोई भी आपके यश
का पूर्णतः वर्णन नहीं कर सकते।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा,राम मिलाय राजपद
दीन्हा॥16॥★
《अर्थ 》→ आपनें सुग्रीव जी को श्रीराम से
मिलाकर उपकार किया ,जिसके कारण वे राजा बने।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम्हरो मंत्र विभीषण माना,लंकेस्वर भए सब जग
जाना॥17॥★
《अर्थ 》→ आपके उपदेश का विभिषण जी ने पालन
किया जिससे वे लंका के राजा बने,इसको सब संसार
जानता है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू,लील्यो ताहि मधुर फल
जानू॥18॥★
《अर्थ 》→ जो सूर्य इतने योजन दूरी पर है की उस पर
पहुँचने के लिए हजार युग लगे।दो हजार योजन
की दूरी पर स्थित सूर्य को आपने एक मीठा फल समझकर
निगल लिया।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि,जलधि लांघि गये अचरज
नाहीं॥19॥★
《अर्थ 》→ आपने श्री रामचन्द्र
जी की अंगूठी मुँह
मे रखकर समुद्र को लांघ
लिया,इसमें कोई आश्चर्य नही है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
दुर्गम काज जगत के जेते,सुगम अनुग्रह तुम्हरे
तेते॥20॥★
《अर्थ 》→ संसार मे जितने भी कठिन से कठिन काम
हो,वो आपकी कृपा से सहज हो जाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
राम दुआरे तुम रखवारे,होत न आज्ञा बिनु पैसा रे ॥
21॥★
《अर्थ 》→ श्री रामचन्द्र जी के द्वार के आप
रखवाले है,जिसमे आपकी आज्ञा बिना किसी को प्रवेश
नही मिलता अर्थात आपकी प्रसन्नता के बिना राम
कृपा दुर्लभ है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सब सुख लहै तुम्हारी सरना,तुम रक्षक काहू
को डरना ॥22॥★
《अर्थ 》→ जो भी आपकी शरण मे आते है,उस
सभी को आन्नद प्राप्त होता है,और जब आप रक्षक
है,तो फिर किसी का डर नही रहता।★
••••••••••••••••••••••••••••••
आपन तेज सम्हारो आपै,तीनों लोक हाँक ते काँपै॥
23॥★
《अर्थ 》→ आपके सिवाय आपके वेग को कोई नही रोक
सकता,आपकी गर्जना से तीनों लोक काँप जाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
भूत पिशाच निकट नहिं आवै,महावीर जब नाम सुनावै॥24॥

《अर्थ 》→ जहाँ महावीर हनुमान जी का नाम
सुनाया जाता है,वहाँ भूत,पिशाच पास भी नही फटक
सकते।★
••••••••••••••••••••••••••••••
नासै रोग हरै सब पीरा,जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥25॥★
《अर्थ 》→ वीर हनुमान जी!आपका निरंतर जप करने से
सब रोग चले जाते है,और सब पीड़ा मिट जाती है।
•••••••••••••••••••••••••••••••
संकट तें हनुमान छुड़ावै,मन क्रम बचन ध्यान
जो लावै॥26॥★
《अर्थ 》→ हे हनुमान जी! विचार करने मे,कर्म करने
मे और बोलने मे,जिनका ध्यान आपमे रहता है,उनको सब
संकटो से आप छुड़ाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सब पर राम तपस्वी राजा,तिनके काज सकल तुम साजा॥
27॥★
《अर्थ 》→ तपस्वी राजा श्री रामचन्द्र जी सबसे
श्रेष्ठ है,उनके सब कार्यो को आपने सहज मे कर
दिया।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
और मनोरथ जो कोइ लावै,सोई अमित जीवन फल पावै॥28॥

《अर्थ 》→ जिसपर आपकी कृपा हो,वह कोई
भी अभिलाषा करे तो उसे ऐसा फल मिलता है
जिसकी जीवन मे कोई सीमा नही होती।★
••••••••••••••••••••••••••••••
चारों जुग परताप तुम्हारा,है परसिद्ध जगत उजियारा॥
29॥★
《अर्थ 》→ चारो युगों सतयुग,त्रेता,द्वापर
तथा कलियुग मे आपका यश फैला हुआ है,जगत मे
आपकी कीर्ति सर्वत्र प्रकाशमान है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
साधु सन्त के तुम रखवारे,असुर निकंदन राम दुलारे॥
30॥★
《अर्थ 》→ हे श्री राम के दुलारे ! आप
सज्जनों की रक्षा करते है और दुष्टों का नाश करते
है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ,अस बर दीन जानकी माता॥
३१॥★
《अर्थ 》→ आपको माता श्री जानकी से ऐसा वरदान
मिला हुआ है,जिससे आप
किसी को भी आठों सिद्धियां और नौ निधियां दे सकते
है।★
1.) अणिमा → जिससे साधक किसी को दिखाई
नही पड़ता और कठिन से कठिन पदार्थ मे प्रवेश कर
जाता है।★
2.) महिमा → जिसमे योगी अपने को बहुत
बड़ा बना देता है।★
3.) गरिमा → जिससे साधक अपने को चाहे
जितना भारी बना लेता है।★
4.) लघिमा → जिससे जितना चाहे उतना हल्का बन
जाता है।★
5.) प्राप्ति → जिससे इच्छित पदार्थ
की प्राप्ति होती है।★
6.) प्राकाम्य → जिससे इच्छा करने पर वह पृथ्वी मे
समा सकता है,आकाश मे उड़ सकता है।★
7.) ईशित्व → जिससे सब पर शासन का सामर्थय
हो जाता है।★
8.)वशित्व → जिससे दूसरो को वश मे किया जाता है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
राम रसायन तुम्हरे पासा,सदा रहो रघुपति के दासा॥32॥

《अर्थ 》→ आप निरंतर श्री रघुनाथ जी की शरण मे
रहते है,जिससे आपके पास बुढ़ापा और असाध्य
रोगों के नाश के लिए राम नाम औषधि है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम्हरे भजन राम को पावै,जनम जनम के दुख बिसरावै॥
33॥★
《अर्थ 》→ आपका भजन करने सेर श्री राम
जी प्राप्त होते है,और जन्म जन्मांतर के दुःख दूर
होते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
अन्त काल रघुबर पुर जाई,जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई॥
34॥★
《अर्थ 》→ अंत समय श्री रघुनाथ जी के धाम
को जाते है और यदि फिर भी जन्म लेंगे
तो भक्ति करेंगे और श्री राम भक्त कहलायेंगे।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
और देवता चित न धरई,हनुमत सेई सर्व सुख करई॥35॥★
《अर्थ 》→ हे हनुमान जी!आपकी सेवा करने से सब
प्रकार के सुख मिलते है,फिर अन्य
किसी देवता की आवश्यकता नही रहती।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
संकट कटै मिटै सब पीरा,जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥36॥

《अर्थ 》→ हे वीर हनुमान जी! जो आपका सुमिरन
करता रहता है,उसके सब संकट कट जाते है और सब
पीड़ा मिट जाती है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जय जय जय हनुमान गोसाईं,कृपा करहु गुरु देव
की नाई॥37॥★
《अर्थ 》→ हे स्वामी हनुमान जी!आपकी जय हो,जय
हो,जय हो!आप मुझपर कृपालु श्री गुरु जी के समान
कृपा कीजिए।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जो सत बार पाठ कर कोई,छुटहि बँदि महा सुख होई॥38॥★
《अर्थ 》→ जो कोई इस हनुमान चालीसा का सौ बार
पाठ करेगा वह सब बन्धनों से छुट जायेगा और उसे
परमानन्द मिलेगा।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा,होय सिद्धि साखी गौरीसा॥
39॥★
《अर्थ 》→ भगवान शंकर ने यह हनुमान
चालीसा लिखवाया,इसलिए वे साक्षी है,कि जो इसे
पढ़ेगा उसे निश्चय ही सफलता प्राप्त होगी।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुलसीदास सदा हरि चेरा,कीजै नाथ हृदय मँह डेरा॥40॥

《अर्थ 》→ हे नाथ हनुमान जी! तुलसीदास
सदा ही श्री राम का दास है।इसलिए आप उसके हृदय मे
निवास कीजिए।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
पवन तनय संकट हरन,मंगल मूरति रुप।
राम लखन सीता सहित,हृदय बसहु सुरभुप॥★
《अर्थ 》→ हे संकट मोचन पवन कुमार!आप आनन्द
मंगलो के स्वरुप है।हे देवराज! आप
श्री राम,सीता जी और लक्ष्मण सहित मेरे हृदय मे
निवास कीजिए।★