Thursday 23 July 2015

शायरी का यह अन्दाज

एक ही विषय पर 5 महान शायरों का नजरिया.....

1- Mirza Ghalib :

"शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर,या वो जगह बता जहाँ ख़ुदा नहीं।".

2- Iqbal

"मस्जिद ख़ुदा का घर है, पीने की जगह नहीं ,काफिर के दिल में जा, वहाँ ख़ुदा नहीं।"

.3- Ahmad Faraz

"काफिर के दिल से आया हूँ मैं ये देख कर, खुदा मौजूद है वहाँ, परउसे पता नहीं।"

.4- Wasi

"खुदा तो मौजूद दुनिया में हर जगह है,तू जन्नत में जा वहाँ पीना मना नहीं।"

.5- Saqi

"पीता हूँ ग़म-ए-दुनिया भुलाने के लिए,जन्नत में कौन सा ग़म है इसलिए वहाँ पीने में मजा नही।"

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