Wednesday, 26 August 2015

पटेल आन्दोलन की कहानी

पटेल आन्दोलन के नेता श्री हार्दिक पटेल का कहना है की -करोडो का कपडे का कारोबारी पटेल समुदाय अपना व्यवसाय बंद कर के हजारों की नौकरी करे .

अरबो रुपये का हीरे का विजिनेस छोड़ कर ,पटेल समुदाय हजारों रुपये के कलेक्टर की नौकरी करे .

करोडो का होटल व्यवसाय छोड़ कर किसी सरकारी होटल में मैनेजरी करे .

अरबो रुपये कमाने वाला पटेल बिल्डर लाबी अपना काम छोड़ कर ,किसी सरकारी दफ्तर में बाबू की नौकरी करे .

मतलब देश का सबसे संपन्न पटेल समुदाय मालिक से नौकर बन जाए ?.......

किसी भी पटेल को ये मंजूर नहीं होगा ..इस आंदोलन का असली उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ विदेशियों के इशारे पर देश को तबाह कर गृह युद्ध करवाना है ,जो लोग परदे के पीछे चाहे कांग्रेस हो या विदेशी NGO उनका एक मात्र उद्देश्य यही है की मोदी सरकार को उखाड फेकने में यदि देश को बर्बाद करना पड़े तो कोई बात नहि,.......हार्दिक पटेल ने बोल ही दिया की नितीश कुमार हमारे साथ है ,केजरीवाल हमारे साथ है .अब देश को समझ लेना चाहिए जिस बल्लभ भाई पटेल ने देश को जोड़ने के लिए अपना जीवन अर्पित कर दिया था ,उन्ही का नाम ले कर ये लोग देश को तोडना चाहते है .🎭🗿
जब केजरीवाल गुजरात गए थे मोदी को बदनाम करने के लिए तो यही हार्दिक पटेल उनका ड्राईवर बना था। पूरी आरक्षण कथा उसी समय लिखी गई थी।
हार्दिक पटेल अरविंद केजरीवाल का मोहरा है और केजरीवाल कॉंग्रेस का एक प्यादा और कॉंग्रेस पाकिस्तान का शुभचिंतक ।
कोंग्रेसी पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं ।
केजरीवाल देश के हर राज्य में अराजकता फैलाना चाहता है । हार्दिक पटेल लोगों को आरक्षण के नाम पर गुमराह कर शाशन तंत्र को विफल करना चाहता है।
दूसरा केजरीवाल बनना चाहता है हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल की सभा में कॉंग्रेस और AAP के लोग और Volunteer भरे होते है।
केजरीवाल और उनके चमचे आने वाले दिनो में देश के लिए खतरा बन सकते हैं।
सरदार पटेल ने कभी सपने में भी सोचा होगा की उनका समृद्ध समाज लोहा से भिखमंगा और पिछड़ा बनने की लड़ाई लडेगा।।।
गुजरात में 5 मुख्यमंत्री पटेल रहे हैं और 40 से ज्यादा MLA पटेल हैं
फिर भी इन्हें आरक्षण की जरुरत है।
आनंदी बेन पटेल अभी गुजरात की मुख्यमंत्री हैं।
आप खुद सोचिए , गुजरात में आरक्षण के लिए रैली , और भाषण ' गुजराती ' में नहीं ' हिन्दी ' में , क्यों ?
सभी हिन्दी न्यूज चैनल पर रैली का सीधा प्रसारण , क्यों ?
जिन जातियों को 65 सालों " आरक्षण " है , उनकी आज की हालत देखों ... पता चलेगा आरक्षण से फायदा होता है कि नुकसान ?
गुजरात में अराजकता फैलने से बचें और बचाएं ।

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